पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शांत हुए ग्रामीण और ट्रांसपोर्टर, स्थिति सामान्य की ओर
सतपाल सिंह के साथ ओम गवेल की खबर
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद शांत हुए ग्रामीण और ट्रांसपोर्टर, स्थिति सामान्य की ओर,आज सोमवार की शाम हुआ था विवाद…देखें वीडियो
कोरबा – आज सोमवार की शाम तकरीबन 5:00 बजे सर्वमंगला चौक पर कनवेरी की ओर भारी वाहनों को जाने से रोकने खंबे गाड़ने को लेकर ट्रांसपोर्टर एवं ग्रामीणों में विवाद हो गया। विवाद के दौरान ग्रामीणों और ट्रांसपोर्टर में मारपीट की घटना तक हुई है। मौके पर पहुंच कर पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया। हालांकि घटना के बाद ट्रांसपोर्टरों ने सर्वमंगला चौक पर अपनी गाड़ियां खड़ा कर दी उनका आरोप है कि “ग्रामीण आए दिन मनमानी करते हैं, जिस वजह से उन्हें गाड़ी परिचालन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर हर रोड को बंद कर दिया जाएगा तो वे किस मार्ग से अपनी गाड़ियों से कोयला परिवहन करेंगे।” वहीं ग्रामीणों का कहना है कि “सर्वमंगला मंदिर के पीछे रेल्वे ब्रिज का काम चल रहा है जिस वजह से सड़क खराब है धूल उड़ रही है भारी वाहनों का जाम लगा रहता है, आम लोग आना-जाना नहीं कर पाते, जिस वजह से उन्होंने पिछले दिन आंदोलन भी किया था प्रशासन ने आश्वासन भी दिया था कि इस मार्ग पर खंबे गढ़ दिए जाएंगे।” इधर आज शाम 5:00 बजे प्रशासन के द्वारा सर्वमंगला चौक पर खंबे गड़े जा रहे थे, वहां पर कुछ ग्रामीण भी उपस्थित थे खंबे गाड़ने को लेकर पहले ट्रक ड्राइवर, मुंशीयों और ग्रामीणों के बीच कहासुनी हुई,थोड़ी देर बाद ट्रेलर मालिक भी मौके पर पहुंचे,बाद विवाद बढ़ता चला गया नौबत मारपीट तक के आ गई, विवाद की सूचना पर कुसमुंडा थाना प्रभारी रूपक शर्मा,सर्वमंगला चौकी प्रभारी विभु तिवारी दलबल के साथ मौके पर पंहुचे ।भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया गया। ग्रामीणों को समझाइस देकर वापस घर की तरफ लौटया गया वहीं ट्रांसपोर्टरों ने सर्वमंगला चौक पर अपनी गाड़ियों को खड़ा कर दिया जिससे थोड़ी देर के लिए जाम की स्थिति निर्मित हो गई। पुलिस के द्वारा उन्हें समझाइश देते हुए जाम हटाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं पुलिस जांच के बाद कार्यवाही की बात कह रही है। अभी स्थिति सामान्य है निश्चित रूप से सड़क की समस्या बड़ी समस्या है जिस वजह से इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है । आई एन एन । ट्रांसपोर्टर और ग्रामीण समाज के दो महत्वपूर्ण अंग है,सभी की अपनी अपनी समस्या है, ऐसे में विवाद किसी भी चीज का हल नहीं है। शांत माहौल में समाधान का रास्ता निकलना चाहिए। जिला प्रशासन को प्रमुखता से इस और ध्यान देना चाहिए जिससे दोनों पक्षों की समस्याओं का समाधान निकाल सके और आगे इस तरह की स्थिति उत्पन्न ना हों।